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Gemini का Computer Use फीचर: अब AI खुद से चलाएगा कंप्यूटर!

 राम राम मित्रों! कभी न कभी आपके दोस्त ने आपसे जरूर कहा होगा, "गाड़ी तेरा भाई चलाएगा", बस कुछ इसी तरह अब AI आपसे बोलेगा कंप्यूटर तेरा भाई(Gemini) चलाएगा! क्या आपने कभी सोचा है कि आपका AI सिर्फ बातें ही नहीं, बल्कि आपके कंप्यूटर के काम भी कर सकता है? जी हाँ, यह कल्पना अब हकीकत बन चुकी है। Google DeepMind के नए Gemini 2.5 Computer Use मॉडल ने इसकी शुरुआत कर दी है। मेरा मानना है कि यह सिर्फ एक अपडेट नहीं, बल्कि AI की दुनिया में एक बड़ी क्रांति है। आज की इस पोस्ट में, हम इसी "कंप्यूटर चलाने वाले AI" के बारे में विस्तार से जानेंगे।

Gemini 2.5 Computer Use मॉडल


Gemini Computer Use आखिर है क्या?

अगर आप AI की दुनिया को फॉलो करते हैं, तो आपने "प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग" का नाम जरूर सुना होगा। यानी, AI से काम लेने के लिए उसे सही और विस्तृत निर्देश देना। मगर अब, Gemini 2.5 Computer Use के आने के बाद, लगता है कि भविष्य में प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग का जमाना खत्म हो जाएगा।

इस नए मॉडल की मदद से, Gemini आपके कंप्यूटर स्क्रीन को "देख" सकता है और उस पर माउस क्लिक, टाइपिंग और स्क्रॉल जैसे काम खुद-ब-खुद कर सकता है। यह एक ऑटोनॉमस एजेंट की तरह काम करता है, जो आपके बताए गोल को पूरा करने के लिए लगातार कोशिश करता रहता है।

मिसाल के तौर पर, आप इसे बस इतना कह सकते हैं, "मेरे लिए अगले हफ्ते दिल्ली से मुंबई की सबसे सस्ती फ्लाइट ढूंढो।" यह AI खुद वेब ब्राउज़र खोलेगा, सर्च करेगा, फॉर्म भरेगा और आपको रिजल्ट दिखाएगा। यही नहीं, यह Google Sheets को अपडेट करना या वेबसाइटों की अपने-आप टेस्टिंग करना जैसे काम भी कर सकता है।

Gemini 2.5 Computer Use मॉडल काम कैसे करता है? टेक्नोलॉजी पर एक नजर

मुझे लगता है कि किसी चीज की ताकत समझने के लिए, उसकी बुनियाद को जानना जरूरी है। Gemini Computer Use का काम करने का तरीका बहुत ही दिलचस्प और तार्किक है। यह एक लूप(चक्र) में काम करता है :

  1. स्क्रीनशॉट लेना: सबसे पहले, आपका ऐप या सॉफ्टवेयर कंप्यूटर स्क्रीन का स्क्रीनशॉट लेता है और उसे AI मॉडल के पास भेजता है।
  2. विजुअल समझ और रीजनिंग: Gemini मॉडल उस स्क्रीनशॉट को "देखता" है और उसमें मौजूद बटन, फॉर्म, टेक्स्ट बॉक्स जैसे यूजर इंटरफेस एलिमेंट्स को पहचानता है। फिर, यह सोचता है कि उपयोगकर्ता के काम को पूरा करने के लिए अगला सही कदम क्या होना चाहिए।
  3. एक्शन लेना: मॉडल एक फंक्शन कॉल के जरिए जवाब देता है, जैसे - "यहाँ क्लिक करो", "यह टेक्स्ट टाइप करो", या "स्क्रॉल डाउन करो"।
  4. एक्शन को अंजाम देना: आपके क्लाइंट कोड या सॉफ्टवेयर की मदद से यह कार्रवाई असल में की जाती है।
  5. दोहराएं: फिर से एक नया स्क्रीनशॉट लिया जाता है (क्योंकि स्क्रीन बदल गई है) और पूरी प्रक्रिया तब तक दोहराई जाती है, जब तक काम पूरा नहीं हो जाता।

यह पूरी प्रक्रिया एक इंसान के कंप्यूटर पर काम करने के तरीके से बहुत मिलती-जुलती है। AI भी हमारी तरह देखता है, सोचता है, कार्रवाई करता है, और नतीजे को चेक करता है।

Gemini Computer Use की खास बातें (Features & Capabilities)

इसकी क्षमताओं को समझने के लिए, नीचे दी गई टेबल एक नजर में सब कुछ बता देती है:

Feature Practical Benefit
विजुअल अंडरस्टैंडिंग वेबसाइट्स और ऐप के बटन, मेन्यू, फॉर्म आदि को पहचान सकता है।
सटीक एक्शन सही जगह पर क्लिक करना, टेक्स्ट टाइप करना, स्क्रॉल करना।
ऑटोनॉमस लूप बिना रुके, लगातार काम करता रहता है जब तक लक्ष्य पूरा न हो।
सुरक्षा गार्ड जोखिम भरे काम (जैसे खरीदारी) से पहले उपयोगकर्ता से पुष्टि करता है।

इसके रोजमर्रा के उपयोग (Real-World Use Cases)

मेरे विचार में, किसी टेक्नोलॉजी की असली ताकत तभी पता चलती है, जब वह हमारे रोज के काम आसान बनाए। Gemini Computer Use ऐसे कई कामों में काम आ सकता है:
  • ऑनलाइन फॉर्म भरना: बोरिंग और समय लेने वाले फॉर्म को यह AI सेकंडों में भर सकता है।
  • डेटा इकट्ठा करना (Research): अगर आपको अलग-अलग वेबसाइटों से प्रोडक्ट की कीमतें, रिव्यू या जानकारी जुटानी है, तो यह AI आपके लिए यह काम कर सकता है।
  • वेब ऐप की टेस्टिंग: डेवलपर्स के लिए यह एक वरदान है। यह खुद-ब-खुद वेबसाइटों पर जाकर बटन दबाएगा और फीचर्स की टेस्टिंग करेगा, जिससे मानवीय गलतियों की गुंजाइश कम हो जाएगी।
  • वर्कफ्लो ऑटोमेशन: किसी भी ऐसे काम को ऑटोमेटिक करना जिसमें आपको बार-बार एक जैसे वेबसाइट्स के चक्कर लगाने पड़ते हैं।


क्या Gemini Computer Use पूरी तरह सुरक्षित है?

जब कोई AI आपके कंप्यूटर पर काम करने लगे, उसका एक्सेस ले, तो सुरक्षा (Safety) और प्राइवेसी सबसे पहला और जरूरी सवाल होता है। मैं इस मामले में Google की कोशिशों से काफी इंप्रेस हूं। उन्होंने इस मॉडल को शुरू से ही सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाया है।

इसमें कई लेयरों में सुरक्षा का इंतजाम किया गया है:
  • सेफ्टी डिसीजन सिस्टम: हर एक्शन के साथ, एक अलग सेफ्टी सिस्टम चलता है जो मॉडल के सुझाए एक्शन को चेक करता है। अगर एक्शन रिस्की लगता है (जैसे कोई प्रोडक्ट खरीदना या ईमेल भेजना), तो सिस्टम "पुष्टि जरूरी है" (require_confirmation) का झंडा दिखा सकता है।
  • यूजर कंट्रोल: डेवलपर्स अपने ऐप में यह तय कर सकते हैं कि किस तरह के एक्शन के लिए यूजर की मंजूरी जरूरी होगी।
  • प्रतिबंध: मॉडल को CAPTCHA को बायपास करने, OS लेवल पर कंट्रोल पाने, या हैकिंग जैसे कामों से रोका गया है। यह जानबूझकर ऐसा डिजाइन किया गया है ताकि यह सुरक्षित रहे।


क्या यह भविष्य के लिए तैयार है? मेरी निजी राय

मेरा मानना है कि Gemini 2.5 Computer Use AI की दुनिया में एक बहुत बड़ा कदम है। यह हमें उस भविष्य की झलक दिखाता है, जहां AI सिर्फ सलाह ही नहीं देगा, बल्कि असल काम करके दिखाएगा।

हालांकि, मुझे लगता है कि अभी यह पूरी तरह से परफेक्ट नहीं है। कुछ लोगों का कहना है कि यह अभी थोड़ा स्लो है और कई बार सीधे API इंटीग्रेशन से काम चल जाता है। असली चुनौती इसे और तेज और विश्वसनीय बनाने की होगी। लेकिन, इसकी शुरुआत बेहद शानदार हुई है। Google की रिपोर्ट के मुताबिक, यह Browserbase के Online-Mind2Web, WebVoyager, और AndroidWorld जैसे बेंचमार्क पर बाकी मॉडल्स को पीछे छोड़ता हुआ ~70% टास्क एक्यूरेसी हासिल कर चुका है।

Gemini 2.5 Computer Use मॉडल benchmark

कनक्लूजन: क्या यह आपके काम आएगा?

अगर आप एक डेवलपर, टेस्टर, या कोई ऐसे शख्स हैं जो रोज ऑनलाइन दोहराए जाने वाले (repetitive) कामों में घंटों का समय लगाते हैं, तो मेरी सलाह है कि आप Gemini Computer Use की डेमो या डॉक्युमेंटेशन को एक बार जरूर देखें। यह आपको भविष्य का एक अनोखा अनुभव देगा।

आपके क्या विचार हैं? क्या आप इस तरह के AI एजेंट का इस्तेमाल करेंगे? नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। अगर पोस्ट पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें!

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