Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

Responsive Advertisement

Reliance Intelligence - अब भारत बनेगा AI गुरु?

राम राम मित्रों! क्या आपको भी लगता था कि AI की दौड़ में भारत USA और China से काफी पीछे है? जहां ChatGPT और Tencent जैसे प्लेटफॉर्म दुनिया पर राज कर रहे हैं, वहीं भारत अब तक इस रेस में शामिल भी नहीं हुआ था। लेकिन अब एक ऐसी खबर आई है जो हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर देगी!

Mukesh Ambani announced Reliance Intelligence



देश के सबसे बड़े बिजनेस टाइकून मुकेश अंबानी ने अपने AGM भाषण में एक ऐसा ऐलान किया है जो भारत को AI के वर्ल्ड मैप पर ला खड़ा कर सकता है। उन्होंने अपने भाषण में AI शब्द को 15 से ज़्यादा बार दोहराया। यही नहीं, उन्होंने AI को आधुनिक युग की 'कामधेनु' यानी इच्छापूरी करने वाली गाय तक बताया।

तो क्या अब भारत भी AI सुपरपावर बनने जा रहा है? आइए, समझते हैं पूरी खबर।

क्या है Reliance Intelligence? देश की पहली 'AI यूनिट'


Reliance Industries ने 'Reliance Intelligence' नाम की एक नई सहायक कंपनी लॉन्च की है। इसका एक ही मकसद है: 'AI for Everyone, Everywhere' यानी हर भारतीय तक AI पहुंचाना।

इसके चार मुख्य मिशन हैं:

1. दुनिया की टॉप AI इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाना: जामनगर (Gujarat) में हरित ऊर्जा (Green Energy) से चलने वाले विशालकाय डेटा सेंटर्स बनाए जाएंगे। ये इतने शक्तिशाली होंगे कि पूरे देश का AI डेटा संभाल सकेंगे।
2. ग्लोबल दिग्गजों से हाथ मिलाना: Reliance अकेले यह सफर नहीं तय कर रही। उसने दुनिया की दो टेक दिग्गज कंपनियों Meta (Facebook, Instagram का पेरेंट कंपनी) और Google के साथ पार्टनरशिप की है।
   · Meta के साथ 855 करोड़ का ज्वाइंट वेंचर: दोनों कंपनियां मिलकर 100 मिलियन डॉलर (लगभग 855 करोड़ रुपये) इन्वेस्ट करेंगी ताकि भारतीय businesses और सरकार के लिए AI प्लेटफॉर्म बनाया जा सके। इसमें Meta के Llama AI मॉडल्स का इस्तेमाल होगा।
   · Google Cloud के साथ मिलकर काम: Google Cloud के साथ मिलकर जामनगर में एक 'AI-फर्स्ट' क्लाउड रीजन बनाया जाएगा, जो Jio के डिजिटल नेटवर्क से जुड़ा होगा।
3. भारत के लिए खास AI Services बनाना: यह सारा इन्फ्रास्ट्रक्चर सिर्फ बड़े-बड़े कारोबारों के लिए नहीं है। इसका लक्ष्य education, healthcare, agriculture और छोटे businesses जैसे सेक्टर्स के लिए सस्ते और आसान AI टूल्स बनाना है।
4. देशी टैलेंट तैयार करना: रिलायंस दुनिया भर के बेहतरीन AI researchers, engineers और designers को भारत लाना चाहती है ताकि यहाँ innovation की जा सके। इस पूरे प्रोजेक्ट की कमान अनंत अंबानी के हाथों में होगी।

सीधा सवाल: आपकी नौकरी और बिजनेस पर क्या असर पड़ेगा?

अब बात सबसे ज़रूरी। आपके लिए इसका क्या मतलब है?

मुकेश अंबानी खुद कहते हैं: "अगले तीन सालों में, कई नौकरियां बदल जाएंगी और हमारे काम करने का तरीका पूरी तरह बदल जाएगा।"
इसका मतलब यह नहीं है कि AI सभी नौकरियां छीन लेगा। बल्कि, इसका मतलब है कि नौकरियों की डिमांड बदल जाएगी।
  • सिर्फ AI टूल्स चलाना सीखना काफी नहीं होगा। जैसे आज सिर्फ MS Office आना काफी नहीं है।
  • Research, Product Building, Design और Engineering जैसे फील्ड्स में जबरदस्त मांग होगी, लेकिन तभी जब आपने सही स्किल्स सीखे होंगे।

आपको क्या करना चाहिए?

  • अगर आप स्टूडेंट हैं: Computer Science, Data Analysis, Machine Learning जैसे subjects पर फोकस करें।
  • अगर आप प्रोफेशनल हैं: अपने current domain (जैसे Marketing, Finance, Sales) में AI को कैसे apply कर सकते हैं, यह सीखना शुरू करें।
  • अगर आप बिजनेस ओनर हैं: सोचें कि AI आपके operations, customer service या products को कैसे बेहतर बना सकता है।

क्या यह भारत का 'ChatGPT' मोमेंट है?

क्या Reliance Intelligence, ChatGPT जैसा कुछ बनाएगी? जवाब है: पूरी तरह से नहीं।

रिलायंस का फोकस "Sovereign AI" (स्वदेशी AI) और Enterprise Solutions (बिज़नेस के लिए समाधान) पर है। वे global models (जैसे Meta का Llama) का इस्तेमाल करके, उन्हें भारतीय भाषाओं, डेटा और जरूरतों के हिसाब से ढालेंगे। लक्ष्य AI को बनाना नहीं, बल्कि उसे भारत के हर कोने में पहुँचाना है।

आखिरी बात: तैयारी का वक्त आ गया है

मुकेश अंबानी और रिलायंस ने जो रास्ता दिखाया है, वह साफ है। भविष्य AI का है और भारत इसमें पीछे नहीं रहने वाला। यह केवल टेक्नोलॉजी की बात नहीं है, यह हमारे करियर, अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय विकास की बात है।

सवाल यह नहीं है कि AI आएगा या नहीं। सवाल यह है कि क्या आप इसके लिए तैयार हैं?

क्या आपको लगता है कि Reliance Intelligence भारत को AI गुरु बना पाएगी? नीचे कमेंट करके अपनी राय जरूर दें और इस जानकारी को शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग तैयारी कर सकें!

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ